अजवायन 50 ग्राम अच्छी प्रकार कूटकर 50 ग्राम गुड के साथ छ: छ: ग्राम की गोलियाँ बना लें। प्रात: सायं एक एक गोली ताजा पानी के साथ लें। एक सप्ताह में ही तमाम शरीर पर फैली हुई छपाकी दूर हो जाती है।
विशेष -
(1) पित्ती निकली हुई हो तो नहाना नहीं चाहिए। हवा लगने और नमक खाने से इसमें वृध्दि होती है।
(2) पित्ती उछलना (पित्ती, छपाकी, जुरपित्ती, शीतपित्त, ददोरे, एलर्जी, असहिष्र्णुता) रोग में शरीर के किसी भाग में त्वचा पर अकस्मात लाल चकते या ददोरे पड़ जाते हैं जिनमें मीठी-मीठी खुजली चलती है। यह सारे शरीर में फैल जाती है और चकतों की जगह त्वचा लाल और सूजनयुक्त हो जाती है और उनमें उभार दिखाई देता है। सोडा बाई कार्ब (खाने का सोडा) 4 ग्राम को 500 ग्राम पानी में घोलकर त्वचा पर मल देने से पित्ती उछलने, चर्मशोथ, खुजली, त्वचा पर दाने निकल आना जिनमें तेज खुजली हो, आदि कष्टो में तत्काल आराम मिलता है।
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