कली का चूना 6 ग्राम को 750 ग्राम गाय का शुध्द दही में अच्छी तरह से मिलाकर प्रात: खाली पेट बाला का रोगी को पिला दें फिर दिन भर मट्ठा (छाछ) पानी के अलावा रोगी को कुछ भी नही खाना-पीना चाहिए।
24 घंटे बाद दूसरे दिन हल्का सुपाच्य भोजन करे। इसी से बाला (नाहरू) निकलने वाला हो निकल चुका हो यानी बाला रोग के सभी उत्पात आठ दिन में समाप्त हो जायेंगे और फिर कभी यह रोग नहीं सतायेगा।
परहेज -
आठ दिन तक ठंडी हवा में छाया में ही रोगी रहे। धूप-गर्मी में काम , घूमना-फिरना बन्द रखें। ज्यादा मेहनत व धूप से अपने आपको बचाना चाहिए।
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