Tuesday, August 19, 2008

गुर्दे का दर्द

तुलसी की पत्तियाँ छाया में सुखायी हुई 20ग्राम, अजवाअयन साफ की हुई 20ग्राम, सैंधा नमक 10ग्राम - तीनों को घोट -पीसकर चूर्ण बना लें और प्रात: तथा सायं इसे दो-दो ग्राम की मात्रा से गुनगुने पानी के साथ लें । एक ही मात्रा से गुर्दे के दर्द के रोगी को आराम मिल जायेगा । आवश्यकतानुसार एक -दो दिन तक लें ।
विशेष - नजला, जुकाम व खाँसी के लिये भी राम बाण है । पेट दर्द, अफारा, बदहजमी, खट्टे डकार , कब्ज,उल्टियों के लिये भी उत्तम औषधि है । चावल और पालक सेवन बन्द कर दें ।

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