सादा खाने का नमक पिसा हुआ लेकर तवे पर इतना सेंके कि उसका रंग काला भूरा हो जाये । ठण्डा होने पर शीशी में भर लें । मलेरिया, विषम ज्वर, एंकातरा - पारी तिजारी, चौथारी, चौथारी बुखारों की खास दवा है । ज्वर आने से पहले छ: ग्राम भुना नमक एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर दें| इन दो खुराकों में ज्वर चला जायेगा ।
विशेष - अधिक उच्च रक्तताप के रोगी और वृध्दों के लिये उपरोक्त नमक का प्रयोग न करें या सावधानीपूर्वक करें । यहाँ औषधि खाली पेट गुण करती है । अत: इस बात का ध्यान रखें कि रोगी कुछ न खाये और उसे ठण्ड न लगने पाए ।
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3 comments:
दवा तो ठीक बताई हे, लेकिन भईया **ज्वर आने से पहले ** ज्वर कोई रेल गाडी हे जो बता कर आयेगा कि भाई दवा तेयार कर्लो मे कल १२,३० पर पहुच जाउगा ?
धन्यवाद
जिस रोगी को मलेरिया बुखार होता है उसे बुखार हर रोज एक निश्चित समय पर आता है , इसलिए इनके कहने का मतलब ये है की जिस समय बुखार आये उसके पहले ही दवा का सेवन करो .
मेरी आप को एक सलाह है -किसी रोज आईने के सामने खडा हो के अपने आप को देखो , ज़रा गौर से देखना . दूसरों में मीन मेख निकलना भूल जाओ गे .
ठीक कहा भाई
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