सूखे आँवला को पीसकर बारीक चूर्ण बना लें और उसमें आँवलें के बराबर वजन पिसी मिश्री मिलाकर काँच के बर्तनरखलें । रोज सवेरे खाली पेट दो चम्मच चूर्ण पानी के साथ लेने से कुछ ही दिनों में हृदय के समस्त रोग दूर हो जाते हैं। विशेषकर हृदय की धड़कन हृदय की कमजोरी और चेतना शून्यता आदि रोगो में परम लाभकारी है ।
विशेष - आँवला दिल के तेज धड़कन,अनियमित हृदयगति, दिल का फैलना, दिल के ठीक से कार्य न करने से उच्चरक्तताप में हानिरहित औषधि और खाद्य पदार्थ है । यह हृदय को शक्तिशाली एवं रक्तवाहिनी को लचीला और मुलायमबनाता है ।
Friday, August 15, 2008
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